मुख्य समाचार

MP: भोपाल में महिला आईएएस अधिकारी भी संक्रमित, इंदौर-छिंदवाड़ा में दो मौतें

मध्यप्रदेश में बढ़ रहे हैं कोरोना मरीज (फाइल फोटो)
.मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। प्रदेश में दो लोगों की मौत हुई है। छिंदवाड़ा में 36 साल के सरकारी कर्मचारी और इंदौर में 42 साल के व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। राज्य में अब कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 164 पर पहुंच गई है। आज खरगोन में भी दो संक्रमित मिले। 
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की दो शीर्ष महिला अधिकारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गईं। इनमें से एक आईएएस अधिकारी हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों महिला अधिकारी भोपाल में पदस्थ हैं। इससे पहले गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक अन्य आईएएस अधिकारी में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के पुष्टि हुई थी।
भोपाल में अब तक 17 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

ANI @ANI
Madhya Pradesh: A 36-year-old COVID19 patient passes away in Chhindwara; Total number of positive cases in the state is 155, 9 deaths
1,310
Twitter Ads info and privacy
208 people are talking about this
पिता भी हैं कोरोना पॉजिटिव

छिंदवाड़ा जिले में कोविड-19 से पहली मौत हुई। इस शख्स के पिता की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) राजेश बाथम ने कहा, 'पीड़ित सरकारी कर्मचारी थे और उनकी तैनाती इंदौर में थी। जो मध्यप्रदेश में कोविड-19 के हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है। उनके पिता की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।'

अधिकारी ने बताया कि इंदौर में 42 साल के कोरोना संक्रमित की मौत हो गई है। इसके साथ राज्य में कोविड-19 की वजह से मरने वालों की संख्या 11 पर पहुंच गई है। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के नार्थ हाथीपाला क्षेत्र में रहने वाले 42 वर्षीय पुरुष की कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण शनिवार सुबह मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय में मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि मरीज को पिछले तीन दिन से सांस लेने में परेशानी हो रही थी और वह खांसी एवं बुखार से भी पीड़ित था। वह उच्च रक्तचाप और मोटापे से भी पीड़ित था।













गो दान
जीवन में एक बार अवश्य करना चाहिए “गौमाता के लिए दान ” दान करने से मिलती है मोह से मुक्ति, होते हैं कष्ट दूर,

दान का महत्व
दान एक ऐसा कार्य है, जिसके जरिए हम न केवल धर्म का ठीक-ठीक पालन कर पाते हैं बल्कि अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं. आयु, रक्षा और सेहत के लिए तो दान को अचूक माना जाता है. जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए भी दान का विशेष महत्व है. दान करने से ग्रहों की पीड़ा से भी मुक्ति पाना आसान हो जाता है.


यहाँ योगदान करें!!
गौमाता को आपने आजतक कभी कोई आर्थिक सहयोग नहीं किया है तो खुद की समझ और संवेदना के बारे में सोचें की गौमाता की सेवा में आपका क्या योगदान है ? गौमाता के लिया दिया गया दान महान दान माना जाता है , इसलिए सभी मेरे प्रियजनों से गौमाता के सहयोग के लिए निवेदन कर रही हूँ।  गौमाता मदद के लिए कोई भी एक छोटी सी राशि का योगदान दें । जरुरी नहीं की कोई बड़ी राशि हो , दान तो दान होता है।  यह सहयोग देश की किसी भी गौशाला के लिए जाता है , किसी भी गौशाला में बीमार या भूखी गाय न रहे , जो बाहर खुले में घूमती गाय को भी गौशाला में स्थान मिले, हमारा उद्देश्य सिर्फ यही है की गौमाता ठोकरें न खाये और अच्छा खान पान की सुविधाएं हर गौशाला में मिल सके , जहा हमारी माँ सुखी हम सुखी , और माँ दुखी तो हम सब दुखी  इसलिए हम सबकी गौमाता को बचाने की एक पहल कीजिये . डोनेट करिये. .

Donate Now
तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "Donate Now" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर / चेक / डीडी के माध्यम से दान के बारे में जानकारी के लिए, यहां क्लिक करें।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.

");