मुख्य समाचार

हादसे से बेखबर मासूम खेलते रहे शवों के बीच

भोपाल । वे मासूम हैं, उनकी उम्र महज एक साल से दो साल के बीच है, वे जिंदा इंसान और उसकी मौत के फर्क को नहीं जानते। यही कारण है कि वे शवों के साथ ठीक वैसे ही खेल रहे हैं जैसे उनके जिंदा होने पर खेला करते थे।



मध्य प्रदेश के सागर-छतरपुर मार्ग पर सेमरा पुल के पास हुए हादसे में पांच लोगों ने जान गंवाई। मरने वालों के साथ उनके मासूम बच्चे भी थे। हादसे में तो उनकी मौत हो गई मगर हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे द्रवित कर देने वाली हैं क्योंकि सड़क किनारे शव पड़े हैं और उनसे बच्चे ऐसे खेल रहे हैं जैसे उनके पालकों को कुछ हुआ ही नहीं है।

कोरोना संक्रमण के कारण रोजगार की तलाश में गए लाखों परिवार को गांवों को लौटना पड़ रहा है। उन्हें जो साधन मिल रहा है, उसी पर सवार होकर चले जा रहे हैं। यही कारण है कि लगातार हादसे हो रहे हैं और मजदूर बड़ी संख्या में हताहत हो रहे हैं। ऐसा ही एक हादसा सागर-छतरपुर मार्ग पर हुआ। वे महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जा रहे हैं। मजदूर एक ट्रक में सवार थे, जो कपड़ों से भरा हुआ था। यह ट्रक सेमरा पुल के करीब पलट गया, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई और 18 मजदूर घायल हुए हैं।

सागर और छतरपुर जिले की सीमा पर जिस ट्रक का हादसा हुआ, उस में मजदूर सपरिवार थे। इस हादसे में तीन पुरुष और दो महिलाओं की मौत हुई है। जो हादसे का शिकार हुए उनके मासूम बच्चे भी हैं। घटनास्थल की जो तस्वीरें आई हैं वह अंदर तक हिला देने वाली है क्योंकि मासूम बच्चे साथ छोड़ चुके अपने पालकों के शवों के साथ खेलते नजर आ रहे हैं। उन्हें इस बात का आभास ही नहीं है कि जिससे साथ वे खेल रहे हैं, वह अब बेजान हैं। बच्चे उसे हिला हिला कर जगाने की कोशिश कर रहे हैं, मगर वह जागे तब न जब उसमें जान हो।

--आईएएनएस

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.

");