ऑस्ट्रेलिया में हर घंटे 50 मिलियन से ज्यादा लोग टीवी या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर समाचार देखते हैं। इसका मतलब है कि यहाँ की मीडिया सीन बहुत तेज़ी से बदलती है और भारत वाले भी इसकी खबरें जल्दी पकड़ते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि कौन‑से चैनल, समाचारपत्र और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म सबसे ज़्यादा असर डालते हैं, तो पढ़िए आगे.
सबसे बड़े टेलीविजन नेटवर्क ABC (ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन) और Seven Network हैं। ABC को अक्सर भरोसेमंद माना जाता है क्योंकि यह सरकारी फंड से चलता है और सच्ची खबरें देता है। Seven और Nine Network एंटरटेनमेंट और तेज़ रिपोर्टिंग में माहिर हैं।
प्रिंट मीडिया में The Australian, Sydney Morning Herald और The Age नामे जाने वाले अखबार प्रमुख हैं। ये अखबार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों को गहराई से कवरेज देते हैं, और अक्सर ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन के साथ पढ़े जा सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया में डिजिटल समाचार पढ़ने की क्वोट बहुत बढ़ी है। ABC News App, News.com.au और Guardian Australia मोबाइल पर तेज़ अपडेट देते हैं। स्ट्रीमिंग सर्विस जैसे Netflix और Stan के साथ मिलकर कई स्थानीय डॉक्यूमेंट्री और न्यूज़ शो भी उपलब्ध होते हैं। इस बदलाव ने युवा वर्ग को भी ऑस्ट्रेलियाई खबरों से जोड़े रखा है।
सोशल मीडिया पर @ABC, @SevenNetwork और @TheAustralian के अकाउंट फॉलो करके आप रियल‑टाइम अपडेट पा सकते हैं। इन अकाउंटों में अक्सर फोटो, छोटे वीडियो और ब्रीफ़िंग होती है, जिससे ख़बरें समझना आसान हो जाता है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया किस तरह से भारत की ख़बरें कवर करती है? अक्सर वे भारत की अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और खेल घटनाओं पर विशेष रिपोर्ट बनाते हैं। जब भारत में कोई बड़ा चुनाव या अंतर्राष्ट्रीय खेल इवेंट होता है, तो Australian Broadcasting Corporation (ABC) उसका विस्तृत विश्लेषण देता है। इससे भारतीय मुद्दे भी विदेश में ठीक से समझे जा सकते हैं।
अगर आप भारतीय पाठक हैं और ऑस्ट्रेलियाई समाचार नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं, तो सबसे पहले ऊपर बताए गए प्रमुख आउटलेट्स के मोबाइल ऐप डाउनलोड करें। अधिकांश ऐप फ्री में बेसिक फ़ीचर देते हैं, लेकिन प्रीमियम कंटेंट के लिए सॉन्क्षिप्शन लेनी पड़ सकती है। साथ ही, गूगल न्यूज़ में "Australia" या "ऑस्ट्रेलिया" सर्च करके व्यक्तिगत फ़ीड बना सकते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का असर सिर्फ खबरों तक सीमित नहीं है। उनकी रिपोर्टिंग अक्सर जनमत बनाती है, विशेषकर पर्यावरण, मानवाधिकार और विदेश नीति जैसे मुद्दों पर। इसलिए जब आप विदेश की खबरें पढ़ रहे हों, तो स्रोत की विश्वसनीयता देखना ज़रूरी है। ABC जैसे सार्वजनिक चैनल पर भरोसा किया जा सकता है, जबकि कुछ टेबलटॉप चैनल एंटरटेनमेंट पर अधिक फोकस रखते हैं।
अंत में, तेज़ अपडेट चाहिए तो TikTok और Instagram पर "#AustraliaNews" हैशटैग फॉलो करें। छोटे क्लिप में बड़ी ख़बरें मिलती हैं, और आप अपनी समय सीमा में सब कुछ समझ सकते हैं। याद रखिए, सही स्रोत और नियमित फॉलोइंग से आप ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की सारी महत्त्वपूर्ण खबरों से अप‑टू‑डेट रह सकते हैं।
अरे वाह, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया पक्षपाती है क्या? यह सवाल तो मेरा दिमाग चक्कर खा रहा है, जैसे कि क्रिकेट की गेंद को शेन वार्न ने स्पिन दिया हो! दोस्तों, मैंने इस मुद्दे पर बहुत संशोधन किया और मुझे लगता है कि हां, कुछ हद तक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया पक्षपाती हो सकती है, पर यह तो दुनिया भर के मीडिया पर लागू होता है ना? लेकिन ये तो मेरा मनोरंजन करने का एक तरीका है, अगर आपको और गहराई से जानना है तो खुद तहकीकात करें। चलो, अब मैं अपने बिल्ली ब्रूसी के साथ खेलने जा रहा हूं, वो अभी तक मुझे उसकी खुजली होने की वजह से देख रही है!