फॉलो टैग पर आपका स्वागत है – यहाँ मिलेगा मीडिया और सोशल मीडिया से जुड़े सभी सवालों के सीधे जवाब
अगर आप मीडिया के असर, सोशल प्लेटफ़ॉर्म की क्वालिटी या निर्णय‑निर्माण में प्रेस की भूमिका को समझना चाहते हैं, तो इस टैग में वही लेख हैं जो सीधे‑सीधे आपके सामने रखे गए हैं। हर लेख छोटे‑छोटे वाक्यों में लिखा गया है, ताकि पढ़ते‑समय आपको ज़्यादा सोचने की ज़रूरत न पड़े। नीचे हमने मुख्य विषयों को दो बड़े हिस्सों में बाँटा है – एक में पारम्परिक मीडिया और दूसरा में सोशल मीडिया के रोज़मर्रा के सवाल।
पारम्परिक और मास मीडिया का असर
"निर्णय निर्माण में मास मीडिया की दो भूमिकाएँ क्या हैं?" और "ऑस्ट्रेलियाई मीडिया कितना पक्षपाती है?" जैसे लेख यहाँ उपलब्ध हैं। पहले लेख में बताया गया है कि मीडिया दो काम करता है – सूचना देना और राय बनाना। इसका मतलब है कि खबरों के साथ साथ वह आपके सोचने के ढाँचे को भी बदल सकता है। दूसरा लेख एक वैचारिक दृष्टिकोण से दिखाता है कि हर देश का मीडिया, ऑस्ट्रेलिया सहित, कभी‑न-कभी अपनी धारा से झुक सकता है, इसलिए अकेले स्रोत पर भरोसा नहीं करना चाहिए। पढ़िए और सीखिए कि कैसे विभिन्न स्रोतों से जानकारी को फ़िल्टर कर सही निष्कर्ष निकाला जाए।
सोशल मीडिया की रोज़मर्रा की उलझनें
सोशल मीडिया पर सवाल‑जवाब का खजाना यहाँ है। "सोशल मीडिया परिदृश्य क्या है?" से लेकर "क्या फेसबुक मैसेंजर छवि की गुणवत्ता को कम करता है?" तक, आप हर चीज़ का आसान जवाब पा सकते हैं। उदाहरण के लिए, फेसबुक मैसेंजर तस्वीर को छोटे आकार में बदल देता है ताकि जल्दी भेजी जा सके, पर अगर आप हाई‑रेज़ तस्वीरें शेयर करना चाहते हैं तो क्लाउड स्टोरेज या फाइल‑शेयर ऐप बेहतर हैं। इसी तरह, ट्विटर पर मीडिया हटाने की प्रक्रिया को तीन‑चार कदमों में समझाया गया है, जिससे आपको अकाउंट बंद करने में झंझट नहीं होगी।
इन लेखों में आप यह भी जानेंगे कि कौन‑सी कंपनियों ने अभी तक सोशल मीडिया नहीं अपनाया और क्यों कुछ व्यापारिक मॉडल में यह छोड़ना फ़ायदे‑मंद हो सकता है। यदि आप मार्केटिंग में काम करते हैं तो "विशेषज्ञों के द्वारा उपयोग किए जाने वाले सबसे अच्छे सोशल मीडिया मार्केटिंग उपकरण" पर लेख आपको Google Analytics, Hootsuite, Sprout Social और Buffer जैसे टूल्स को जल्दी सीखने में मदद करेगा।
सिर्फ़ पढ़ने से नहीं, बल्कि लागू करने से ही असली फ़ायदा मिलता है। इसलिए हर लेख में अंत में एक छोटा‑सा ‘क्या करें?’ सेक्शन है – जैसे कि फेसबुक में क्वालिटी सेटिंग्स बदलना या ट्विटर अकाउंट डिलीट करने की सही प्रक्रिया। इन टिप्स को तुरंत अपनाएँ और अपने डिजिटल जीवन को और साफ़, तेज़ और भरोसेमंद बनाएँ।
तो आगे बढ़िए, जो भी सवाल दिमाग में है उसे खोजें, पढ़ें और आज़माएँ। फॉलो टैग आपके लिए एक ही जगह पर सभी उत्तर लाता है, ताकि आप समय बचाएँ और सही जानकारी के साथ आगे बढ़ सकें।