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अखिलेश यादव की बेटी टीना लखनऊ में CAA के खिलाफ चल रहे धरने में दोस्तों के साथ पहुंचीं


 न्यूज डेस्क  आगरा मीडिया  ::.समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की बेटी के नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लेने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसमें कहा गया है कि रविवार को अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव लखनऊ के घंटाघर पर धरना दे रही महिलाओं के बीच पहुंची थीं। समाजवादी पार्टी की ओर से अब कहा गया है कि टीना ने धरने में हिस्सा नहीं लिया था।समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 14 साल की टीना घूमने के लिए निकली थीं, तो इसी दौरान प्रदर्शन कर रही कुछ लड़कियों ने उनके साथ फोटो ली थीं। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का घर घंटाघर से ज्यादा दूर नहीं है, जहां विवादित नागिरकता कानून के खिलाफ धरना चल रहा है। ऐसे में टहलने निकलीं टीना इत्तेफाक से वहां गई थीं।बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएए के विरोध में हुसैनाबाद घंटाघर पर सैकड़ों महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। रविवार कोअखिलेश यादव की बेटी टीना यादव धरना स्थल पर बैठीं लड़कियों के साथ सेल्फी खिचवातें दिखीं थीं। बीते शुक्रवार को पुराने लखनऊ में सीएए और एनआरसी के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन शुरू हुआ है। शुक्रवार से बड़ी संख्या में महिलाएं दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर पुराने लखनऊ स्थित घंटाघर के सामने प्रदर्शन कर रही हैं। उनके साथ बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।


प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि सरकार जब सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेती है तब तक वो अपना प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगी। इस प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि देर रात पुलिस ने उनके कंबल जब्त कर लिए थे। वहीं पुलिस ने 144 के उल्लंघन में कई महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

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इंसानियत सबसे बड़ा मजहब
घंटाघर पर महिलाओं के प्रदर्शन में रात भर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को महिलाओं ने देर रात चाय व पूड़ी बांटी। सादिया ने बताया कि पुलिसकर्मी रात भर जाग कर उनकी सुरक्षा में तैनात है। भले ही वह प्रदर्शन समाप्त करने का प्रयास कर रहे लेकिन फिर भी वह इंसान है और इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। इसलिए हम लोग प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के साथ-साथ पुलिस कर्मियों को भी खाने पीने सामान बांट रहे हैं।

जो मदद करना हो करें हमें नगद नहीं चाहिए
शाहीनबाग में महिलाओं के प्रदर्शन पर नगदी बांटे जाने के आरोप के बाद लखनऊ घंटाघर पर महिलाओं ने नो कैश, नो पेटीएम का बोर्ड टांग दिया है। महिलाओं का कहना है कि किसी सदस्य को मदद करना है तो वह जरूरत का सामान मुहैया करा सकता है। किसी भी तरह की नगदी व पेटीएम से पैसा नहीं लिया जाएगा।


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