मुख्य समाचार

पीएम किसान मानधन योजना के तहत पंजीकरण में हरियाणा अव्वल


 न्यूज डेस्क  आगरा मीडिया  ::.नई दिल्ली । प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना के तहत देश में सबसे अधिक पंजीकरण हरियाणा में हुआ है, जो इस बात का तस्दीक करता है कि राज्य के किसान अपने सुखद बढ़ापे को लेकर ज्यादा जागरूक हैं। प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना (पीएम-केएमवाई) देश के छोटे व सीमांत किसानों के लिए एक स्वैच्छिक व अंशदायी पेंशन योजना है, जिसके तहत पंजीकृत किसानों को 60 साल की उम्र के बाद 3,000 रुपये मासिक पेंशन देने का प्रावधान है।

संसद के चालू बजट सत्र के दौरान लोकसभा के कुछ सदस्यों द्वारा इस योजना के संबंध में पूछे गए अतारांकित सवालों के लिखित जवाब में केंद्रीय कृषि, सहकारिता एवं किसान मंत्रालय ने जो आंकड़े उपलब्ध करवाएं हैं, उनमें 30 जनवरी 2020 तक हरियाणा के चार लाख से अधिक किसानों ने पीएम-केएमवाई में पंजीकरण करवाया है, जो देश के किसी एक राज्य में इस योजना से जुड़ने वाले किसानों की सबसे बड़ी संख्या है।

इस मामले में दूसरे स्थान पर बिहार है, जहां पीएम-केएमवाई के तहत 2,71,139 किसानों ने 30 जनवरी 2020 तक पंजीकरण करवाया है। वहीं, झारखंड में 2,45,428 और उत्तर प्रदेश में 2,43,405 किसानों ने उक्त तिथि तक इस योजना के तहत पंजीकरण करवाया है।

मंत्रालय द्वारा उपलब्ध करवाए गए आंकड़ों के अनुसार, 30 जनवरी तक देशभर में कुल 19,43,363 किसानों ने पीएम-केएमवाई के तहत पंजीकरण करवाया था। हालांकि इसमें अब वृद्धि हो गई है।

कृषि मंत्रालय की वेबसाइट 'मानधन डॉट इन' पर उपलब्ध ताजा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में कुल 19,49,955 किसान पीएम-केएमवाई के तहत पंजीकरण करवा चुके हैं।

लोकसभा सदस्य राजा अमरेश्वर नाईक, जयंत कुमार राय, सुकांत मजूमदार, भोला सिंह और विनोद कुमार सोनकर द्वारा पूछे गए अतारांकित सवालों के लिखित जवाब में यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर से उपलब्ध करवाया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल सितंबर में झारखंड की राजधानी रांची में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री मानधन योजना की घोषणा की थी। सरकार लक्ष्य इस योजना के तहत देश के पांच करोड़ छोटे व सीमांत किसानों को शामिल करना है।

पीएम-केएमवाई में 18 से 40 साल की उम्र किसान पंजीकरण करवा सकते हैं और इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों के लिए मासिक अंशदान की राशि 55 रुपये से 200 रुपये मासिक है और 60 साल की उम्र तक देय है और इसके बाद उन्हें 3,000 रुपये मासिक पेंशन का लाभ मिलेगा।

--आईएएनएस



गो दान
जीवन में एक बार अवश्य करना चाहिए “गौमाता के लिए दान ” दान करने से मिलती है मोह से मुक्ति, होते हैं कष्ट दूर,

दान का महत्व
दान एक ऐसा कार्य है, जिसके जरिए हम न केवल धर्म का ठीक-ठीक पालन कर पाते हैं बल्कि अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं. आयु, रक्षा और सेहत के लिए तो दान को अचूक माना जाता है. जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए भी दान का विशेष महत्व है. दान करने से ग्रहों की पीड़ा से भी मुक्ति पाना आसान हो जाता है.


यहाँ योगदान करें!!
गौमाता को आपने आजतक कभी कोई आर्थिक सहयोग नहीं किया है तो खुद की समझ और संवेदना के बारे में सोचें की गौमाता की सेवा में आपका क्या योगदान है ? गौमाता के लिया दिया गया दान महान दान माना जाता है , इसलिए सभी मेरे प्रियजनों से गौमाता के सहयोग के लिए निवेदन कर रही हूँ।  गौमाता मदद के लिए कोई भी एक छोटी सी राशि का योगदान दें । जरुरी नहीं की कोई बड़ी राशि हो , दान तो दान होता है।  यह सहयोग देश की किसी भी गौशाला के लिए जाता है , किसी भी गौशाला में बीमार या भूखी गाय न रहे , जो बाहर खुले में घूमती गाय को भी गौशाला में स्थान मिले, हमारा उद्देश्य सिर्फ यही है की गौमाता ठोकरें न खाये और अच्छा खान पान की सुविधाएं हर गौशाला में मिल सके , जहा हमारी माँ सुखी हम सुखी , और माँ दुखी तो हम सब दुखी  इसलिए हम सबकी गौमाता को बचाने की एक पहल कीजिये . डोनेट करिये. .

Donate Now
तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "Donate Now" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर / चेक / डीडी के माध्यम से दान के बारे में जानकारी के लिए, यहां क्लिक करें।

कोई टिप्पणी नहीं

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.

");