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आगरा में गणतंत्र दिवस पर कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद मुस्लिम समाज की महिलाओं ने नागरिकता कानून के विरोध में किया प्रदर्शन

विश्वविद्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन
 न्यूज डेस्क  आगरा मीडिया  ::.उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध थम नहीं रहा है। आगरा में गणतंत्र दिवस पर कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद मुस्लिम समाज की महिलाओं ने नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। हैरत की बात यह है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।  
रविवार को गणतंत्र दिवस का पर्व मनाने के बाद मुस्लिम समाज की कई महिलाएं नारेबाजी करते हुए डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पालीवाल स्थित कैंपस के सामने पहुंच गईं। विश्वविद्यालय के बाहर करीब आधे घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। 
कुछ महिलाओं के हाथों में तिरंगा था तो कुछ महिलाएं नागरिकता कानून विरोधी नारे लिखी तख्तियां पकड़े हुईं थीं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद, 'हम सब एक है', 'हमें चाहिए आजादी...' जैसे नारे लगाए। 
प्रदर्शनकारी किसी भी महिला ने अपना नाम नहीं बताया। उन्होंने कहा कि वो ख्वातीन ऑफ आगरा हैं और नागरिकता कानून के विरोध में अपनी आवाज बुलंद कर रही है। उन्होंने मांग उठाई कि सरकार इस कानून का वापस लें। 
बता दें कि शहर में धारा 144 लागू है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन और जुलूस पर प्रतिबंध है। सूत्रों के अनुसार नागरिकता कानून के विरोध में यह जुलूस प्रशासन की बिना अनुमित के निकाला गया है।  



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